नई दिल्लीः कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों द्वारा जहां चक्का जाम शुरू हो चुका है, वहीं किसान नेता राकेश टिकैत ने ऐलान किया है कि अगर कोई इस दौरान हिंसा करता है तो उसे दंड दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पूरे देश में चक्का जाम बेहद शांतिपूर्ण तरीके से हो रहा है और कहीं से भी हंगामे की कोई ख़बर नहीं आई है। जहां पर हंगामे के आसार थे, उन्हें पहले ही चक्का जाम से बाहर कर दिया था। उन्होंने कहा कि अगर कोई भी अप्रिय घटना होती है तो दंड दिया जाएगा।
किसान यूनियनों द्वारा शनिवार को आहूत राष्ट्रव्यापी ‘चक्का जाम’ के दौरान पंजाब और हरियाणा में नए केन्द्रीय कृषि कानूनों और अन्य मुद्दों को लेकर प्रदर्शन कर रहे किसानों ने कई जगह सड़कें अवरुद्ध कर दी हैं। भारतीय किसान यूनियन (एकता उग्रहां) के महासचिव सुखदेव सिंह कोकरिकलां ने कहा कि वे पंजाब के संगरूर, बरनाला और बठिंडा समेत 15 जिलों के 33 स्थानों पर सड़कें अवरुद्ध कर रहे हैं।
नए कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसान यूनियनों द्वारा घोषित ‘चक्का जाम’ के मद्देनजर शनिवार को दिल्ली के कई प्रमुख मेट्रो स्टेशनों पर प्रवेश और निकास द्वार अस्थायी रूप से बंद कर दिए गए। डीएमआरसी ने कई ट्वीट कर यात्रियों को सूचित किया कि कई स्टेशनों को बंद कर दिया गया है। इसने ट्वीट किया, “मंडी हाउस, आईटीओ और दिल्ली गेट के प्रवेश/निकास द्वार बंद हैं।” बाद में की गई ट्वीट में कहा गया कि विश्ववद्यालय स्टेशन के प्रवेश और निकास द्वार भी बंद कर दिए गए हैं। डीएमआरसी ने कहा, “लाल किला, जामा मस्जिद, जनपथ और केंद्रीय सचिवालय के प्रवेश/निकास द्वार बंद हैं। इंटरचेंज सुविधा उपलब्ध है।”