नई दिल्ली: केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए कृषि कानूनों को रद्द करवाने के लिए पिछले तीन माह से दिल्ली बार्डर पर बैठे किसानों को राज्यसभा में दिया प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का भाषण पसंद नहीं आया है, जिसके बाद किसान नेता राकेश टिकैट ने कहा कि केंद्र सरकार मसले को सुलझाने के बजाय उसे लगातार उलझा रही है।
राकेश टिकैत ने कहा कि हमने कब कहा कि एमएसपी खत्म हो जाएगा, एमएसपी को अनिवार्य बनाने के लिए कानून बनाया चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी यदि किसानों से बातचीत करना चाहते हैं को उनका किसान मोर्चा उनसे बात करेगा। टिकैत ने पीएम मोदी को चैलेंज दिया कि जैसे वे लोगों से गैस सिलिंडर छोड़ने की अपील करते हैं, वैसी ही अपील एक बार सांसद-विधायकों से पेंशन छोड़ने की भी कर दें।
किसान आंदोलन को जाट आंदोलन बताए जाने पर राकेश टिकैत ने कहा कि ये मसला पहले पंजाब का और हरियाणा का था, फिर जाटों का बना। अब यह आंदोलन छोटे बड़े किसानों का हो गया है, सभी किसान एक हैं, छोटा बड़ा क्या है। राकेश टिकैत ने कहा कि देश मे भूख पर व्यापार नही होगा, अनाज की कीमत भूख पर तय नही होगी। देश मे पानी से सस्ता दूध बिकता है, अब उसका भी रेट तय होगा।