चमोलीः चमोली जिले के जोशीमठ में सात फरवरी को आई जल प्रलय ने भयंकर तबाही मचाई है। तपोवन में रेस्क्यू ऑपरेशन का रविवार को आठवां दिन है। इस तबाही से तपोवन में दो पावर प्रोजेक्ट्स पूरी तरह से बर्बाद हो गए। चमोली के आज यहां एनटीपीसी स्थित टनल से 3 और शव बरामद किए गए हैं। तपोवन इलाके में अब तक मिलने वाले शवों की संख्या 41 हो गई है। जिसके बाद इस टनल में अब लोगों के जिंदा मिलने की संभावना बेहद कम है। चमोली की डीएम स्वाती भदौरिया ने बताया कि तपोवन में खोज और बचाव अभियान आज सुरंग से शवों की बरामदगी के बाद अभियान तेज कर दिया गया है।
सीमा सड़क संगठन के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल राजीव चौधरी ने उत्तराखंड के जोशीमठ में पिछले हफ्ते ग्लेशियर टूटने के कारण आई बाढ़ के बाद चलाए जा रहे राहत एवं पुनर्वास कार्यों की शनिवार को समीक्षा की। बाढ़ के कारण तपोवन विष्णुगाड विद्युत परियोजना सुरंग के भीतर 30 से अधिक लोग फंसे हो सकते हैं। उत्तर प्रदेश के राहत आयुक्त संजय गोयल ने शनिवार को जारी एक बयान में कहा, कि उत्तराखंड के चमोली जिले के जोशीमठ में ग्लेशियर फटने से 13 फरवरी तक पांच लोगों की मौत हो गई है, जबकि 64 लोग अभी भी लापता हैं, जबकि राज्य के 23 लोगों को बचा लिया गया है।”