नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज विश्व जल दिवस के मौके पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जल शक्ति अभियान लॉन्च करेंगे। दोपहर 12.30 बजे इस अभियान को लॉन्च किया जाएगा। इस अवसर पर केंद्रीय जल मंत्रालय, उत्तर प्रदेश सरकार और मध्य प्रदेश की सरकार केन-बेतवा की नदियों को जोड़ने वाली परियोजना के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करेंगे। जिससे एमपी-यूपी के बीच पानी बंटवारे का विवाद सुलझ जाएगा। इस परियोजना में केन नदी से बेतवा नदी में पानी पहुंचाया जाएगा। पीएम मोदी ने खुद ट्वीट कर बताया है कि इस ऐतिहासिक प्रोजेक्ट से बुंदेलखंड के विकास में काफी मदद मिलेगी।
जल शक्ति अभियान का मकसद है लोगों को पानी बचाने के लिए जागरुक करना। ग्रामीण और शहरी इलाकों में लोगों को बताया जाएगा की किस तरह से वो पानी बचाकर अपने भविष्य को बेहतर कर सकते हैं। साथ ही, आम लोगों की भागीदारी के ज़रिए जमीनी स्तर पर जल संरक्षण के लिए एक जन आंदोलन चलाया जाएगा। इस महत्वकांक्षी परियोजना के तहत यूपी की बेतवा और एमपी के केद नदी को लिंक किया जाना है। इसे बनाने में 45 हजार करोड़ रुपये की अनुमानित राशि खर्च होने की बात कही जा रही है, जिसमें से 90 फीसदी राशि केंद्र सरकार देगी। परियोजना के तहत एमपी की केन नदी से यूपी की बेतवा नदी तक पानी पहुंचाया जाएगा।
इस परियोजना से यूपी और एमपी में बंटे बुंदेलखंड के एक बड़े इलाके को फायदा होगा। सूखे की मार झेलने वाले इस इलाके को सिंचाई के लिए पानी मिलेगा। यूपी और एमपी की हजारों हेक्टर कृषि भूमि के अलावा बड़ी आबादी को पीने का पानी भी मिलेगा। इन परियोजना से यूपी के बांदा, महोबा, झांसी, ललितपुर और एमपी के पन्ना, टीकमगढ़, छतरपुर, सागर दामोह, दतिया, विदिशा, शिवपुरी और रायसेन को फायदा होगा।