चंडीगढ़ः संयुक्त किसान मोर्चा के आज भारत बंद के आह्वान पर पंजाब में भी किसान संगठन बंद करा रहे हैं। किसान विभिन्न जगहों पर सुबह से ही सड़कों और रेल ट्रैकों पर आ गए हैं। इससे बसें और ट्रेनें नहीं चल रही हैं। बस और रेल यात्री परेशान हैं व भटकने को मजबूर हैं। अमृतसर, जालंधर, मोगा, बठिंडा, फतेहगढ़ साहिब और अन्य जिलों में किसानों ने सड़क यातायात और रेलवे की आवाजाही को ठप कर दिया। सुबह से ही पंजाब में दूध और सब्जियों की सप्लाई बाधित है। इस दौरान शहर की दुकानें भी सुबह ही बंद नजर आईं।
रेलवे ट्रैक जाम करने से कई ट्रेनों की रफ्तार थमी सी दिखी और रेलवे स्टेशनों पर यात्री परेशान दिखे। जालंधर के कई इलाकों में बैंकों को बंद करवाने की भी कोशिश की गई। शहरों के साथ लगते हाईवे पर किसानों ने मोर्चे लगा रखे हैं। जहां से सिर्फ रोगी वाहनों कों जाने दिया जा रहा है।
अलग-अलग जगह किए जा रहे धरने और प्रदर्शनों में किसान केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे हैं आरै सरकार से कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं। अमृतसर में किसान मजदूर संगठनों ने सुबह छह बजे से ही रोष प्रदर्शन व धरने शुरू कर दिए थे। किसानों की ओर से गोल्डन गेट और रेलवे फाटक वल्ला पर रोष मार्च निकाला है। वहीं सरहिंद में दिल्ली-अमृतसर नेशनल हाईवे जाम कर दिया गया है।
पठानकोट में भी किसानों ने सड़कों को जाम कर दिया है। किसान और मजदूर संगठन के सदस्यों ने बाजाराें को भी बंद कराया है। पठानकोट जालंधर राष्ट्रीय राज्य मार्ग पर स्थित न्यू चक्की पुल के बीच किसानों ने वाहन लगाकर सड़क पर यातायात बंद कर दिया। इससे राष्ट्रीय राजमार्ग पर दूर तक वाहनों की कतार लग गई।
जम्मू तवी से दिल्ली जा रही शिव शक्ति एक्सप्रेस को सरहिंद जंक्शन पर रोक दिया गया। यातायात ठप होने से ट्रांसपोर्टरों के कई ट्रक माल सहित रास्ते में ही अटक गए हैं। संयुक्त मोर्चा के नेता रुलदा सिंह मानसा का दावा है कि यह बंद पूरी तरह से कामयाब होगा और इसका असर व्यापक रूप से सुबह ही दिखना शुरू हो गया है।उन्होंने कहा कि यह बंद शाम छह बजे तक होगा और बाजारों को जबरन बंद नहीं करवाया जाएगा।