अमृतसरः ऑक्सीजन की कमी से पंजाब में भी हाहाकार मचना शुरू हो गया है। ऑक्सीजन की कमी के कारण अमृतसर में फतेहगढ़ चूड़ियां रोड पर स्थित नीलकंठ अस्पताल में 6 मरीजों की मौत हो गई है इनमें से 5 मरीज कोरोनावायरस जबकि एक मरीज की रिपोर्ट नेगेटिव आई थी। अस्पताल प्रबंधकों ने बताया कि पिछले कई दिनों से जिला प्रशासन तथा उच्च अधिकारियों से लगातार ऑक्सीजन की सप्लाई के लिए वह मांग कर रहे थे।
प्रशासन द्वारा गुरु नानक देव अस्पताल को ऑक्सीजन सप्लाई करने के लिए ऑक्सीजन भेजने वाली कंपनियों के बाहर पुलिस कर्मचारी तैनात किए गए थे जिस कारण उन्हें ऑक्सीजन की सप्लाई नहीं मिल रही थी। उन्होंने बताया कि अभी भी उनके कई गाड़ियां कंपनियों के बाहर ऑक्सीजन लेने के लिए खड़ी हैं परंतु ऑक्सीजन नहीं मिली है। पिछले 2 दिन से तो हालात यह बने हुए हैं कि वह मरीजों को अभी दाखिल नहीं कर रहे हैं।
उन्होंने बताया कि स्थिति के बारे में पहले ही मरीजों के परिजनों तथा प्रशासन को अवगत करवा दिया गया था। उधर दूसरी तरफ सिविल सर्जन डॉ चरणजीत सिंह ने बताया कि मामला ध्यान में है विभाग की टीमों को अस्पताल में रवाना कर दिया गया है जो भी रिपोर्ट आएगी उसे उच्च अधिकारियों को भेज दिया जाएगा। बता दें, कल ही पंजाब के सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी के साथ हुई वर्चुअल समीक्षा बैठक में राज्य में ऑक्सीजन की कमी का मुद्दा उठाया था। मुख्यमंत्री ने उपयुक्त ऑक्सीजन सप्लाई यकीनी बनाने के लिए जरूरी कदम उठाने की मांग की। केंद्र सरकार यह यकीनी बनाए कि दूसरे राज्यों में लिक्विड ऑक्सीजन उत्पादक आवंटन संबंधी वचनबद्धता का पालन करें। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में यह नहीं हो रहा। पंजाब में ऑक्सीजन की सप्लाई हरियाणा, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड से होती है।