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लगातार उच्च रक्तचाप जीवन के लिए हो सकता है घातक – डॉ. अरोड़ा

फगवाड़ा (शिव कौड़ा) सिविल सर्जन कपूरथला डॉ. राजीव पराशर के आदेशों व डॉ. परमिंदर कौर सीनियर मेडिकल अफसर सिविल अस्पताल फगवाड़ा के दिशा निर्देशों के तहत आम आदमी क्लीनिक हदियाबाद फगवाड़ा में विश्व उच्च रक्तचाप दिवस मनाया गया और आम लोगों को इसके बारे में जागरूक किया गया।

आम आदमी क्लीनिक हादियाबाद फगवाड़ा में तैनात डॉ. पुरुषनाथ अरोड़ा ने बताया कि हाइपरटेंशन दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य लोगों को उच्च रक्तचाप के बारे में जागरूक करना है तथा उन्हें अपने रक्तचाप को सही तरीके से मापने व नियंत्रित करने के बारे में जानकारी देना है ताकि वे लंबे समय तक जीवित रह सकें।

इस वर्ष का थीम भी ‘अपने रक्तचाप को सही तरीके से मापें, इसे नियंत्रित करें, लंबे समय तक जीवित रहें’ रखा गया है। उन्होंने कहा कि हमारी बदलती जीवनशैली भी कुछ हद तक इस बीमारी को बढ़ा रही है। उन्होंने बताया कि जब रक्त वाहिकाओं में सामान्य से अधिक दबाव के साथ रक्त का संचार होता है तो उसे उच्च रक्तचाप या हाइपरटेंशन कहा जाता है। इसके कारण हृदय रक्त वाहिकाओं में संचार करने में असमर्थ हो जाता है। उसे अधिक मेहनत करनी पड़ती है, जिससे हृदय पर अधिक दबाव पड़ता है, जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। इसे मूक हत्यारा भी कहा जाता है, क्योंकि यह बिना किसी चेतावनी संकेत या लक्षण के घटित होता है। यही कारण है कि 30 वर्ष या उससे अधिक आयु के सभी लोगों को वर्ष में कम से कम एक बार अपना रक्तचाप जांचना चाहिए।

उन्होंने कहा कि यदि उच्च रक्तचाप को नियंत्रित नहीं किया गया तो यह रक्त वाहिकाओं, हृदय और शरीर के अन्य भागों जैसे मस्तिष्क, गुर्दे और आंखों को नुकसान पहुंचा सकता है। उन्होंने कहा कि लगातार उच्च रक्तचाप जीवन के लिए घातक हो सकता है और इससे हृदय रोग, स्ट्रोक, मधुमेह, गुर्दे की बीमारियां आदि हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि उच्च रक्तचाप के कई अन्य कारण भी हैं जैसे परिवार में रक्तचाप का इतिहास होना या इसके अलावा अस्वास्थ्यकर खान-पान की आदतें विशेषकर अधिक नमक, तले हुए खाद्य पदार्थ, वसा का अत्यधिक उपयोग, शारीरिक गतिविधियों की कमी, मोटापा, मानसिक विकार और किसी भी रूप में तंबाकू का उपयोग। इस अवसर पर नीतीश कुमार, फार्मासिस्ट जसविंदर कौर, क्लीनिकल असिस्टेंट अमृतपाल आदि उपस्थित थे।