नाभाः कृषि कानूनों के खिलाफ लगातार संघर्ष कर रहे किसानों द्वारा पंजाब में नेताओं का भी लगातार विरोध शुरू कर दिया है। जिसके तहत बुधवार को किसानों द्वारा गांव चहल में कैबिनेट मंत्री साधु सिंह धर्मसोत का घेराव कर जबरदस्त रोष प्रदर्षन किया गया। बताया जा रहा है कि मंत्री साधु सिंह धर्मसोत एक सड़क निर्माण के कार्य का उद्घाटन करने पहुंचे थे, जहां उन्हें किसानों के विरोध का सामना करना पड़ा। वहीं दूसरी तरफ बठिंडा एम्स में बैठक के लिए जा रहे राज्यसभा सदस्य श्वेत मलिक का किसानों ने घेराव कर जोरदार विरोध किया। जिसके बाद वहां भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई।
जानकारी अनुसार भारतीय किसान यूनियन डकौंदा के साथ-साथ अन्य किसान यूनियनों ने बुधवार को नेताओं का विरोध करते कहा कि किसानों ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पर आरोप लगाते कहा कि सरकार ने सत्ता में आने से पहले किए वादे पूरे नहीं किए। आज भी किसानों को जहां रेगुलर बिजली सप्लाई नहीं दी जा रही वहीं घर-घर नौकरी का वादा भी पूरा नहीं किया। किसान संगठनों के विरोध के बाद साधु सिंह धर्मसोत ने जल्दबाजी में सड़क निर्माण कार्य का उद्घाटन किया। उसके बाद, पुलिस ने उन्हें वहां से निकाला।
वहीं यहां अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में (एम्स) में मीटिंग करने के लिए पहुंचे राज्यसभा सदस्य श्वेत मलिक को किसानों के विरोध का सामना करना पड़ा है। मलिक के आने की सूचना जैसे ही किसानों को मिली, वे एम्स को जाने वाले रास्ते पर धरना लगाकर बैठ गए। इस बीच किसानों को रोकने के लिए एसएसपी भूपिंद्रजीत सिंह विर्क की अगुआई में भारी पुलिस बल तैनात किया गया।इस दौरान किसानों व पुलिस के बीच काफी धक्कामुक्की भी हुई।